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Waqt Shayari, Jab Waqt Achchha Tha
Waqt Achchha Tha To Humari Galti Majaak Lagti Thi,
Waqt Bura Hai To Humara Majaak Bhi Galti Lagti Hai.
क्त अच्छा था तो हमारी गलती मजाक लगती थी,
वक्त बुरा है तो हमारा मजाक भी गलती लगती है।
Chal Kar Dekha Hai Maine Apni Chaal Se Tez,
Phir Bhi Waqt Se Aage Na Nikal Saka.
चलकर देखा है मैने अपनी चाल से तेज,
फिर भी वक्त से आगे न निकल सका।
Ye Waqt Waqt Ki Baat Hai
Jisko Jo Kahana Hai Kahane Do Apna Kya Jata Hai,
Ye Waqt Waqt Ki Baat Hai Aur Waqt Sabka Aata Hai.
जिसको जो कहना है कहने दो अपना क्या जाता है,
ये वक्त वक्त की बात है और वक्त सबका आता है।
Muddaton Baad Hamne Samjha To Kya Samjha,
Ham Ek Jarurat The, Jo Waqt Ke Sath Khatm Ho Gai.
मुद्दतों बाद हमने समझा तो क्या समझा,
हम एक जरुरत थे, जो वक्त के साथ ख़त्म हो गई।
Badalte Waqt Ke Saath To Badla Hai,
Ye Ishq Hai Tera Ya Phir Badla Hai.
बदलते वक्त के साथ तू बदला है,
ये इश्क है तेरा या फिर बदला है।
Dard Hi Daastaan-e-Zindagi Hogi
Jubaan Khamosh Aur Aankhon Mein Nami Hogi,
Ye Dard Hi Bas Daastaan-e-Zindagi Hogi,
Bharne Ko To Har Zakhm Bhar Jaayega Magar,
Kaise Bharegi Wo Jagah Jahan Teri Kami Hogi.
जुबान खामोश और आँखों में नमी होगी,
ये दर्द ही बस दास्तान-ए-जिन्दगी होगी,
भरने को तो हर जख्म भर जाएगा मगर,
कैसे भरेगी वो जगह जहाँ तेरी कमी होगी।
Likhoon Kuchh Aaj Yah Waqt Ka Takaja Hai,
Mere Dil Ka Dard Abhi Taaja-Taaja Hai,
Gir Padte Hain Mere Aansoo Mere Hi Kagaj Par,
Lagta Hai Ki Kalam Mein Syahi Ka Dard Jyada Hai.
लिखूं कुछ आज यह वक़्त का तकाजा है,
मेरे दिल का दर्द अभी ताजा-ताजा है,
गिर पड़ते हैं मेरे आंसू मेरे ही कागज पर,
लगता है कि कलम में स्याही का दर्द ज्यादा है।
Lekin Sheesha Toot Gaya
Samjhauton Ki Bheed-Bhaad Mein Sabse Rishta Toot Gaya,
Itne Ghutne Teke Hamne, Aakhir Ghutna Toot Gaya,
Dekh Shikaari Tere Kaaran Ek Parinda Toot Gaya,
Patthar Ka To Kuchh Nahin Bigda, Lekin Sheesha Toot Gaya.
समझौतों की भीड़-भाड़ में सबसे रिश्ता टूट गया,
इतने घुटने टेके हमने, आख़िर घुटना टूट गया,
देख शिकारी तेरे कारण एक परिन्दा टूट गया,
पत्थर का तो कुछ नहीं बिगड़ा, लेकिन शीशा टूट गया।
Nashe Mein Bhi Tera Hi Naam Labon Par Aata Hai,
Chalte Hue Mere Paanv Ladkhadate Hain,
Ek Tees Si Uthti Hai Dil Mein Mere,
Jab Bhi Tera Diya Hua Dard Yaad Aata Hai.
नशे में भी तेरा ही नाम लबों पर आता है,
चलते हुए मेरे पाँव लड़खड़ाते हैं,
एक टीस सी उठती है दिल में मेरे,
जब भी तेरा दिया हुआ दर्द याद आता है।
Dost Bahut Yaad Aate Hain
मै यादों का किस्सा खोलूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं,
मै गुजरे पल को सोचूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं,
अब जाने कौन सी नगरी में,
आबाद हैं जाकर मुद्दत से,
मै देर रात तक जागूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं,
कुछ बातें थीं फूलों जैसी,
कुछ लहजे खुशबू जैसे थे,
मै शहर-ए-चमन में टहलूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं.
वो पल भर की नाराजगियाँ,
और मान भी जाना पलभर में,
अब खुद से भी रूठूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं।